हम खुश होते हैं तो हंसते हैं कहना सही नहीं है बल्कि सही तो यह है कि हम हंसते हैं तो खुश रहते हैं।
★खुशी क्या है-खुशी महसूस करने की चीज है,जब हम उत्साहित होते हैं,सफल महसूस करते हैं,जीतता हुआ महसूस करते हैं,वह काम करते हैं जिसमे हमारी रुचि है और किसी चुनौती का सामना करते हैं तो खुश होते हैं।इसे आप तौल नहीं सकते।गुड हार्मोन्स रिलीज होते हैं
★ये कहाँ से आती है:-यह आपके अंदर विद्यमान है,हर समय, हर दशा में कस्तूरी कुंडल बसे मृग ढूंढे बन माहिं
★खुश रहने के लिए क्या करना चाहिए-ग्लास आधा है,दूसरों को खुश रहने में सहयोग कीजिये,खुशी संक्रामक होती है दूसरों को खुश देखकर आप दुखी नहीं रह सकते,अपनी आवश्यकताओं को कम कीजिये,भावनात्मक रूप से मजबूत बनिये,अच्छा साहित्य पढ़िए,द्रष्टा साक्षी भाव को जाग्रत करें,चीजों का उपयोग करें उनसे जुड़ाव न रखें,अपने काम मे व्यस्त रहें,निडर रहें,गीता सार को बार बार दोहराएं,हो सके तो दो तरह के इन्शुरन्स जरुर लें-टर्म इन्सुरेंस और हेल्थ इन्सुरेंस, विपत्ति के समय के लिए अपनी आमदनी में से बचत करें,खानपान में अनुशासित रहें,ग्रीन टी पिये,मसाज करवाएं और रिलेक्स रहने की आदत डालें।अपनी समस्याओं को अपने आराध्य को सौंप दें
★क्या खुशी महंगी चीजों में मिलती है:-इसका धन से कुछ भी लेना देना नहीं है,एक व्यक्ति तब खुश हो सकता है जिसके पास तीन दिन का खाना हो और दूसरा अरबों की संपत्ति के बाद भी दुखी हो सकता है
★मेरे पास फलां चीज आ जायेगी तो मैं खुश हो जाऊंगा
★मेरी खुशी क्षणिक क्यों है
★खुशी पाने के लिए क्या बड़े बड़े काम करना जरूरी है
इस ग्रह पर आप थोड़े समय के लिए हैं आपके प्रीपेड प्लान की एक्सपायरी डेट निश्चित है लेकिन एक्सीडेंट या अच्छे तरीके से अपना ध्यान न रखने पर यह कभी भी खत्म हो सकती है।