प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी-क्या करें और क्या ना करें

प्रतियोगिता परीक्षाओं के दौर में या जिंदगी में अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिये और क्या नहीं इस बात को लेकर बहुत दिनों से लेख लिखने की सोच रहा था।शिवपुरी से भोपाल जाते हुए मन को एकाग्र करने का मौका मिला और यह लेख लिख पाया,शायद कुछ लोगों के काम आ सके:-

Continue Reading

अपने परिवार में महापुरुषों की चर्चा नियमित रूप से अवश्य करें

बहुत से साथियों ने प्रश्न किया कि मैंने लिखना क्यों बन्द कर दिया तो मेरा जवाब था कि समय नहीं मिलता।मैने इस बात पर पुनः विचार किया कि क्या तुम्हें जीवन मे कभी समय मिलेगा?हां यह कटु सत्य है कि समय कभी नहीं मिलेगा,जिस काम को आप प्यार करते हैं उसके लिये समय निकालना पड़ेगा।

Continue Reading

सफलता का राज-क्वालिटी को अपनी आदत बना लीजिए

आज सुबह जब मॉर्निंग वॉक से लौटते समय जब एक नाश्ते की दुकान पर भीड़ देखी तो विचार आया कि कुछ व्यवसायी सफल क्यों होते हैं और कुछ के प्रतिष्ठानों पर मक्खियां क्यों भिनभिनाती रहती हैं?

Continue Reading

काश मैं किसी व्यक्ति को आत्महत्या करने से रोक पाता

साथियो,जब भी किसी व्यक्ति के आत्महत्या करने की खबर देखने या सुनने को मिलती है तो मन विचलित हो जाता है।विश्व में प्रत्येक 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है ,यह आंकड़ा प्रतिवर्ष 08 लाख से अधिक है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार जब एक व्यक्ति आत्महत्या करता है उसी दौरान 20 व्यक्ति आत्महत्या का अटेम्प्ट कर रहे होते हैं।

Continue Reading

आत्महत्या के भयावह आँकड़े

दुनिया भर में होनेवाली आत्महत्याओं में भारतीय महिलाओं की संख्या एक-तिहाई से अधिक और पुरुषों की संख्या लगभग एक-चौथाई है. हमारे देश में ऐसी घटनाओं की दर वैश्विक औसत से भी ज्यादा है.

Continue Reading

सफलता का अचूक मंत्र

ज़िंदगी में जितने भी लोग सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते हैं उन सबमें एक कॉमन गुण होता है जिसे द्रढ़ता कहा जाता है.वे उस बच्चे की तरह होते हैं जो चलना सीखने के लिए हज़ारों बार गिरता है लेकिन कोशिश करना नहीं छोड़ता.भला बिना गिरे क्या कोई सायकिल चलाना सीख सकता है?

Continue Reading

जीवन है अनमोल

हम और आप आजकल अक्सर व्यस्त रहते हैं.ज़िन्दगी की सरलता कहीं खो सी गई है.फ़ास्टफ़ूड के जमाने में न तो हमारे पास बनाने का समय है और न खाने का.टेक्नॉलोजी ने हमारे जीवन पर क़ब्ज़ा जमा लिया है जिसके परिणामस्वरूप हमें बाज़ार में मोटरसायकल चलाते समय बात करना पड़ रही है.और तो और हम शमशान में भी अपना मोबाइल कान से चिपकाए घूमते हैं.आजकल बच्चे बिना मोबाइल और टीवी के खाना ग्रहण नहीं करते

Continue Reading

आपकी ख़ुशी की चाबी कहाँ है?

हम खुश होते हैं तो हंसते हैं कहना सही नहीं है बल्कि सही तो यह है कि हम हंसते हैं तो खुश रहते हैं।
★खुशी क्या है-खुशी महसूस करने की चीज है,जब हम उत्साहित होते हैं,सफल महसूस करते हैं,जीतता हुआ महसूस करते हैं,वह काम करते हैं जिसमे हमारी रुचि है और किसी चुनौती का सामना करते हैं तो खुश होते हैं।इसे आप तौल नहीं सकते।गुड हार्मोन्स रिलीज होते हैं

Continue Reading